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Wednesday, November 24, 2010

माननीय! लालू प्रसाद जी को अपनी सफलता(असफलता) पे संदेह हो गया है....उन्हें कुछ संदिग्ध दिख रहा है....वही कांग्रेस पुनः ५ साल बाद विश्लेषण करेगी मानो पिछले ५ साल में वो कर ही नहीं पाए...
पासवान जी की जबान को कुछ हो गया है...चिदम्बरंम को चुनाव परिणामों के बाद बिहार में विकास दिखा है....
वास्तव में बिहार के चुनाव परिणाम तथाकथित सेकुलर पार्टियों के लिए एक सबब हो सकता है...पर यदि वे इसे स्वीकार करें तो...जनता अब विकास चाहती है...उसे लम्बे समय तक गुमराह नहीं किया जा सकता, जनता वास्तव में विकास चाहती है, उसे जाति- धर्म के आईने से देखना बंद कीजिये....और दूसरी बात की ये बीजेपी की भी जीत नहीं है...ये विकास की जीत है...ये बिहार की जनता की जीत है....उसने विकास का दामन पकड़ा है,, नितीश जी जय हो..जय हो...बीजेपी की विकास नीतियों की जय हो...बिहार की जनता की जय हो....सेकुलरिस्म का डिडोरा पीटने वालों...घोटालों और महंगाई  के बेताज बादशाहों....युवराजों की राजनीति करने वालों सावधान हो जाओ...कुछ सबक लो बिहार से, और उसकी जनता से.....
पर बेहद अफ़सोस की तुम कभी ये सबक लोगे  ही नहीं......तुम्हे तो पूंछ पकड़ के चलने की आदत जो है..........